झिझककर मुहब्बत नसीब नहीं होती ,
जी कर जन्नत नसीब नहीं होती ।
xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
तुमने भी तो देखी होगी इश्क़, वफ़ा और इंतजार ,
नहीं देखी हो तो अब देखो तुम्हारे दीवाने का प्यार।
xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
तस्वीर से दिल मानता नहीं तशरीफ़ ले आईये सरकार,
दीवाने को और न तरसाइए कर दीजिये इश्क का इजहार।
xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
जहाँ से भी मिले खुसीओं को समेट लो अपने आंचल में,
न जाने कब ग़मों का पहाड़ टूट पड़े जीवन में ।
xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
सारी दुनिआ से दूर गया, आप के पास आने के खातिर,
आप खुदा है मेरे, मुझे इससे ज्यादा और क्या चाहिए।
xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
कई टुकड़े नहीं है मेरे दिल के, कि बाँटते फिरुं बाजार में,
एक ही ठुकराया हुआ था , मुफ्त में आप के नाम कर दिया ।
xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
हर एक रंग के फूल से आबाद रहे ये गुलिस्ताँ हमारा,
जी कर जन्नत नसीब नहीं होती ।
xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
तुमने भी तो देखी होगी इश्क़, वफ़ा और इंतजार ,
नहीं देखी हो तो अब देखो तुम्हारे दीवाने का प्यार।
xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
तस्वीर से दिल मानता नहीं तशरीफ़ ले आईये सरकार,
दीवाने को और न तरसाइए कर दीजिये इश्क का इजहार।
xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
जहाँ से भी मिले खुसीओं को समेट लो अपने आंचल में,
न जाने कब ग़मों का पहाड़ टूट पड़े जीवन में ।
xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
सारी दुनिआ से दूर गया, आप के पास आने के खातिर,
आप खुदा है मेरे, मुझे इससे ज्यादा और क्या चाहिए।
xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
कई टुकड़े नहीं है मेरे दिल के, कि बाँटते फिरुं बाजार में,
एक ही ठुकराया हुआ था , मुफ्त में आप के नाम कर दिया ।
xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
हर एक रंग के फूल से आबाद रहे ये गुलिस्ताँ हमारा,
हिन्दू ,मुस्लिम, शिख,ईसाई सब के आशियाँ है ये हिन्दोस्ताँ हमारा।
xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
प्यासी है धरती, हे बदरा जरा खुल के बरस ,
मायूस इस नन्ही जान को है सिर्फ तेरी मेहरबानिओं की आश।
xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
प्यासी है धरती, हे बदरा जरा खुल के बरस ,
मायूस इस नन्ही जान को है सिर्फ तेरी मेहरबानिओं की आश।
xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx
No comments:
Post a Comment