बच्चों से बच्चा, बडों से
बच्चा,
गुस्से का कच्चा, दिल का अच्छा,
हर एक के करीब दोस्ती का
सच्चा, साहूजी।
हर बात पर सहमत, हर शर्त पर
राजी,
चले उस राह पर, जहां सब की
मर्जी,
दिल के विशाल हो, मन के मौजी, साहूजी।
कल आप न होगें, ये जहां होगा ,
महफिल जमेगी, कारवां होगा,
हंसी-ठिठोली की महफिल आप बिन बेरंग रहेगी, साहूजी।
टिप्पणी:हमारे आदरनीय साहूजी के लिए
सेवानिवृत्ति संगीत है।
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